दुनिया का इतिहास अनेकों रहस्यों से भरा हुआ है। जब भी इतिहास के पन्नो को पलटा जाता है तब हर पन्ने मे कुछ रोचक ही होता है। हमारे पूर्वज कैसे दिखते थे, उनका जीवन कैसा थे, यह सब इतिहास की परतों मे छुपा हुआ है। जब जब इतिहास की पराते खुलती है तो उस मे से ऐसा कुछ मिलता है जिस पर विश्वास करना असंभव सा लगता है। ऐसे ही कुछ चीन (China) मे हुआ, जिसे इतिहास का एक बहुत बड़ा रहस्य सबके सामने आया। 1971 मे चीन (China) में एक मम्मी (Mummy) की खोज की गई। जिसका नाम Xin Zhui है।
जब Xin Zhui की मम्मी को खोजा गया तो पाया की, उसके बाल बिलकुल वैसे ही थे, उसकी त्वचा एक दम नरम थी और उसकी नसों मे अभी भी खून था। अब आप सोचेंगे यह कैसे संभव है, इस पर विश्वास नहीं किया जा सकता, पर दोस्तों दुनिया मे ऐसे कई रोचक तथा अद्भुत तथ्य मौजूद है जिन पर विश्वास करना नामुमकिन सा लगता है। परन्तु वह सत्य होते है।
आज हम आपको इस मम्मी से जुड़ी सारी जानकारी देंगे। की यह मम्मी किसकी है? और कैसे इतनी सदियों से यह रहस्य्मय मम्मी वैसे की वैसे ही संरक्षित है? अगर आप इस रहस्य की तय तक जाना चाहते है तो यह आर्टिकल अंत तक पूरा जरूर पढ़िएगा। हमारा दावा है, आप निराश नहीं होंगे।
Xin Zhui – दुनिया में सबसे अच्छी तरह से संरक्षित Mummy (The Well-Preserved Mummy in The World)

Xin Zhui कौन थी और यह मम्मी कहा मिली?
Xin Zhui लगभग 2,000 साल से अधिक पुरानी एक ममीकृत महिला है, जो इतिहास में सबसे अच्छी तरह से संरक्षित मानव मम्मी के रूप में पहचानी जाती है। Xin Zhui, को Lady Dai या Marquise of Dai के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि वह चांग्शा साम्राज्य (Changsha Kingdom) के सम्राट, Li Chang, Marquis of Dai, की पत्नी थीं, यह Han Dynasty (206 BC-220 AD) के दौरान रहती थीं। 163 BC में Xin Zhui की मृत्यु हो गई थी, तब उनकी उम्र 50 वर्ष थी।
Xin Zhui को लगभग 50 साल पहले, 1971 में China के Hunan प्रांत के Changsha मे Mawangdui मे खुदाई के दौरान खोजा गया था, जब वहां काम करने वाले कार्यकर्त्ता अचानक एक मकबरे से टकरा गए। Xin Zhui को चांग्शा मवांगडुई के एक विशाल मकबरे में दफनाया गया था। जहाँ वह एक असामान्य रूप से बड़े ताबूत में पाई गई थी। ताबूत में मौजूद वस्तुओं से पता चलता है कि वह एक उच्च वर्ग की थी और अपने समय की एक महत्वपूर्ण महिला थी। इसलिए उसकी पहचान होने में देर नहीं लगी: शोधकर्ताओं ने तुरंत दावा किया कि यह Xin Zhui का शरीर था।
इस मकबरे मे ताबूत के अलावा कई वस्तुएँ मिले थी। जिसमे 1,000 से अधिक कीमती कलाकृतियाँ थीं, 160 नक्काशीदार लकड़ी के पुतले जो उसके नौकरों का प्रतिनिधित्व करते थे, साथ-साथ उसके मेकअप व प्रसाधन सामग्री (Toiletries) का सामान भी। इसके अलावा बाद के जीवन (Afterlife) में शिन झुई के आनंद लेने के लिए भोजन भी रखा गया था।
मम्मी की शारीरिक हालत / Physical Condition of Mummy
1971 में जब Xin Zhui की मम्मी को खोजा गया तो इस खोज ने सभी को चौंका दिया। हजारों सालों के बाद इनकी बॉडी मिलना एक बहुत बड़ी खोज थी, परन्तु इससे भी बड़ी दिलचस्प बात थी, इस मम्मी के संरक्षण की स्थिति, जिसे देख कर तो शोधकर्ता आश्चर्यचकित ही रहे गए। इसी संरक्षण के कारण 2,000 वर्षों के बाद भी इस मम्मी की अखंडता बनी हुई है जिसके लिए इतनी उल्लेखनीय है।
जब यह ताबूत खुला तो Xin Zhui की शारीरिक स्थिति को देख सब चौक गए। उसके संरक्षण की स्थिति एक जीवित प्राणी के स्तर पर थी, मतलब उसका शरीर उसी तरह की स्थिति में था जैसे मानो एक व्यक्ति अभी हाल ही में गुजरा हो। कई हजारों सालों के बाद उनकी त्वचा छूने मे एक दम नरम तथा लचीली है, साथ ही हड्डियों के जोड़ मे अभी लचीलापन हैं जो एक जीवित व्यक्ति की तरह अभी भी मुड़ते हैं और उसकी नसों में अभी भी खून दौड़ रहा है जो Type-A Blood है। उसका मस्तिष्क भी पूरी तरह से जुड़ा हुआ था हालांकि वो आकार में छोटा हो गया है। यह मम्मी मरने के बाद भी आधा जिन्दा इंसान थी। इसलिए यह इतिहास में सबसे अच्छी तरह से संरक्षित मानव मम्मी के रूप में पहचानी जाती है।
जब मम्मी की खोज की गई, तो इसकी मुख्य विशेषताओं को समझने की कोशिश करने के लिए जल्द ही वैज्ञानिकों द्वारा शरीर पर चिकित्सा परीक्षण किए गए। जिसके दौरान उन्होंने पाया कि यह शव 2,000 साल पुराना है और 163 ईसा पूर्व में उसकी मृत्यु हो गई थी।
उसके बाद 1972 में एक मानक शव परीक्षण (Autopsy) किया गया। जिसमे यह अनुमान लगाया गया की जब वह जीवित थी उनका वजन तक़रीबन 70 किलो था।
हालांकि, ताबूत से निकलने के बाद, Xin Zhui का संरक्षित शव हवा में व्याप्त ऑक्सीजन के संपर्क मे आने के कारण तुरंत खराब होने लगा, जिससे वह बिगड़ने लगी। इसलिए, Xin Zhui की जो छवियां आज हमारे पास हैं, प्रारंभिक खोज की तस्वीर नहीं हैं।
मृत्यु का कारण / Cause of Death
जैसे की आप जानते है। जब यह मम्मी खोजी गई तब उनके सभी अंग ठीक अवस्था मे थे और उसकी नसों में अभी भी खून था। शव परीक्षण (Autopsy) करने के बाद, वैज्ञानिकों को इन नसों में खून के थक्के (Blood Clotting) दिखाई दिए, जिसे उनकी मौत का आधिकारिक कारण सामने आया, जो था दिल का दौरा।
Xin Zhui के पूरे शरीर में कई अतिरिक्त पुरानी बीमारियों के साक्ष्य भी पाए गए, जिनमें पित्त पथरी (Gallstones), उच्च कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol), उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) मधुमेह (Diabetes) और यकृत रोग (Liver Disease) शामिल हैं। वैज्ञानिकों ने कुछ बहुत ही डरावना भी पाया, उनके पेट मे टेप वर्म (Tape Worms) और व्हिप वर्म्स (Whip Worms) यानि पेट के कीड़े के निशान भी मिले, जब वह जीवित थी तो शायद यह उनके पेट मे होंगे।
इसके अलावा Lady Dai की जांच के दौरान, पैथोलॉजिस्टों (Pathologists) को उसके पेट और आंतों में 138 बिना पचे (Undigested) खरबूजे के बीज भी मिले। चूंकि ऐसे बीजों को पचने में आमतौर पर एक या दो घंटा लगता है, इसलिए यह मान लेना आसान था कि खरबूज उनका आखिरी भोजन था, जिसे दिल का दौरा पड़ने से कुछ समय पहले खाया गया था।
अंतत वैज्ञानिक इस निष्कर्ष पर पहुंचे की शिन झुई का वजन बहुत अधिक था, साथ ही उनके अनेकों बीमारियाँ और उनका हृदय गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त था तो उनका शरीर इन सब को संभल नहीं पाया जिसे उनकी मृत्यु हो गई।
साथ ही, इस खोज ने वैज्ञानिकों को यह विश्वास दिलाया कि, यह मम्मी हृदय रोग का सबसे पुराना मामला है।
यह मम्मी इतनी अच्छी तरह से संरक्षित कैसे थी? / How was this mummy so well-preserved?
शोधकर्ताओं ने इसका सारा श्रेय उस विशाल मकबरे को दिया जिसमें Lady Dai को दफनाया गया था, जो पूरी तरह से जलरोधी (Watertight) और वायुरोधी (Airtight) था। यह मकबरा धरती से लगभग 40 फीट नीचे मिला जिसमे Xin Zhui की मम्मी को चार ताबूतों के अंदर, सबसे छोटे वाले ताबूत मे रखा गया था। यह चार ताबूत एक दूसरे के अंदर रखे गए थे, पहले सबसे बड़ा फिर उसे छोटे और छोटा और छोटा। जब आप सबसे छोटे ताबूत तक पहुँचेगे तभी मम्मी मिलेगी।
जब ताबूत खुला तो वह रेशम के कपड़े की 20 परतों में लिपटी हुई थी और उसका शरीर एक “अज्ञात तरल” मे डूबा हुआ था जो लगभग 80 लीटर था। इस तरल की जांच के दौरान पाया गया था, की यह थोड़ा अम्लीय (Mildly Acidic) है साथ ही इसमें मैग्नीशियम (Magnesium) के कुछ अंश भी है। यह तरल मम्मी की त्वचा मे भी पाया गया। कुछ लोग मानते हैं कि इस तरल के कारण है कि वह इतनी अच्छी तरह से संरक्षित थी।
इसके बाद इस सब को नमी से बचने के लिए ताबूत को नमी सोखने वाली चारकोल और मिट्टी से सील कर दिया गया था। जिसे ऑक्सीजन और सड़ाने वाले बैक्टीरिया दोनों ही शव तक न पहुँच सके। इसके बाद सबसे ऊपर वाले ताबूत को तीन फ़ीट तक और मिट्टी से सील कर दिया गया। जिस से पानी भी इसमें न जाए।
इसको देखते हुए, उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि लाश को वैक्यूम-सील्ड (Vacuum-Sealed) किया गया था, इसलिए डीकंपोज़िंग एजेंट (Decomposing agents) उस तक पहुंचने में असमर्थ थे।
रहस्य अभी बना हुआ है। / The mystery still remains
Xin Zhui का शरीर और मकबरे को 20वीं सदी की सबसे महत्वपूर्ण पुरातात्विक खोजों में से एक माना जाता है। इस खोज ने हान राजवंश (Han Dynasty) में जीवन के बारे में अविश्वसनीय मात्रा में जानकारी का खुलासा किया, जो पहले अज्ञात था। Xin Zhui के मकबरे की सामग्री ने 21वीं सदी में पुरातत्व और विज्ञान के क्षेत्र में खोज को और विस्तृत कर दिया है, क्योंकि वैज्ञानिकों ने इतनी अच्छी तरह से संरक्षित मम्मी को पहले कभी नहीं देखा था। वैज्ञानिक आज तक नहीं जान पाए कैसे यह मम्मी इतने उत्तम तरह से संरक्षित है, अब Xin Zhui किसी संयोग से इतनी अच्छी तरह से संरक्षित नहीं थी निश्चित रूप से इसके पीछे कुछ तो रहस्य है जो हमे नहीं पता। हां उस तरल पदार्थ ने Xin Zhui के शरीर को संरक्षित करने में मदद की हो सकती है जिसमे एंटीसेप्टिक (Anticeptic) गुण है। लेकिन हम अभी भी नहीं जानते कि उस तरल मे क्या क्या है। कैसे इस तरल ने 2000 सालों तक एक शव को ज़िंदा रखा। इसी कारण मानवविज्ञानी अभी भी Xin Zhui के संरक्षण का अध्ययन इस उम्मीद में कर रहे हैं कि अंततः संरक्षण के इस विशेष तरीके को समझ सकें।
आपको यह आर्टिकल (Article) कैसा लगा कमेंट (Comment) करके जरूर बताए।
Great information 🙏🙏💐