शिक्षक दिवस (Teacher’s Day) – शिक्षकों के योगदान को सम्मान देने का दिन।

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“शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है, जिसका उपयोग आप दुनिया को बदलने के लिए कर सकते हैं”

“नेल्सन मंडेला” (Nelson Mandela)

शिक्षक दिवस, 5 सितंबर 2020, बस आने ही वाला है, छात्र फिर एक बार अपने पसंदीदा शिक्षकों के लिए यह दिन मानाने की तैयारी कर रहे है। पूर्व राष्ट्रपति डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Dr. Sarvepalli Radhakrishnan) के जन्मदिन को भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। शिक्षक, एक बेहतर दुनिया बनाने के लिए नई पीढ़ियों को शिक्षित करने की जिम्मेदारी उठाते हैं। शिक्षक ही हमें बेहतर इंसान बनने में मदद करते हैं। जिस शिक्षक दिवस को मानाने के लिए छात्र उत्साहित रहते है उसके साथ बहुत सारा इतिहास और महत्व भी जुड़ा हुआ है। आइए देखते है शिक्षक दिवस कब, कैसे और क्यों मनाया जाता है।

शिक्षक दिवस का इतिहास / Teacher’s Day ka Itihaas

शिक्षक दिवस का महत्व / Teacher’s Day ka mehtav

शिक्षक दिवस क्यो मनाया जाता है / Teacher’s Day Kyun Manaya Jata Hai?

शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है / Teacher’s Day Kab Manaya Jata Hai?

शिक्षक दिवस कैसे मनाया जाता है /Teacher’s Day Kaise Manaya Jata hai?

“1शिक्षक दिवस का इतिहास / Teacher’s day ka Itihaas

डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Dr. Sarvepalli Radhakrishnan) स्वतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपति, और दूसरे राष्ट्रपति थे, और 1962 में जिस वर्ष डॉ.राधाकृष्णन ने राष्ट्रपति पद ग्रहण किया, तब पहली बार शिक्षक दिवस मनाया गया। 5 सितंबर 1882 को, राधाकृष्णन का जन्म आंध्र प्रदेश के तिरुतनी में एक तेलेगु ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से फिलोसॉफी (Philoshopy) में मास्टर्स किया और बाद में, मैसूर विश्वविद्यालय और कलकत्ता विश्वविद्यालय में शिक्षक रहे। जहाँ वे छात्रों के बीच बहुत लोकप्रिय थे, वे बहुत अच्छे शिक्षक और दार्शनिक थे। डॉ.राधाकृष्णन राजनीतिज्ञ, विद्वान, दार्शनिक और भारत रत्न प्राप्तकर्ता थे। वे शिक्षा के कट्टर विश्वासी थे। उनका मानना था कि, “शिक्षक का दिमाग देश में सबसे बेहतर दिमाग होता है।”

भारत के राष्ट्रपति बनने के बाद, उनके कुछ दोस्तों और छात्रों के एक समूह ने उनसे अनुरोध किया कि वे उन्हें अपना जन्मदिन मनाने की अनुमति दें। इस पर राधाकृष्णन ने कहा, “मेरे जन्मदिन का जश्न अलग से मनाने के बजाय, अगर 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता, तो यह मेरा गौरवपूर्ण सौभाग्य होगा”। तब भारत में पहला शिक्षक दिवस (Teacher’s Day) 5 सितंबर को 1962 में मनाया गया था। इसके बाद से आज तक 5 सितंबर को डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Dr. Sarvepalli Radhakrishnan) का जन्मदिन शिक्षक दिवस (Teacher’s Day) के रूप में मनाया जाता है। इस दिन हम इस महान शिक्षावादी को याद करते हैं और अपने सभी शिक्षकों को सम्मानपूर्वक धन्यवाद देते हैं।

शिक्षक दिवस का महत्व / Teacher’s Day ka mehtav

एक शिक्षक छात्र के जीवन में विभिन्न भूमिका निभाता है। अपनी माताओं के अलावा, बच्चे अपने शिक्षकों के साथ अधिक से अधिक समय बिताते हैं। एक शिक्षक अपने कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी वहन करता है, वह छात्रों के दिमाग को आकार देने का काम करता है क्योंकि ज्ञान के बिना इस दुनिया में कोई भी कार्य नहीं हो सकता है। शिक्षक बच्चों को अच्छा मूल्य प्रदान करता है और उन्हें जिम्मेदार नागरिकों में बदल देता है। शिक्षक एक दार्शनिक भी होता है जो अपने छात्रों को दुनिया के तरीकों के बारे में बताता है। कहते है न एक बच्चा गिली मिट्टी की तरह होता हो उसे जिस आकर मे ढालो वह ढल जाता है, वे शिक्षक ही है जो बच्चे को अपने ज्ञान, कौशल स्तर, आत्मविश्वास के साथ-साथ सफलता पाने के लिए सही आकार में ढलता हैं। एक शिक्षक अनगिनत छात्रों को उनके विकास के विभिन्न चरणों मे निर्देश और मार्गदर्शन दे कर समाज की सेवा करता है। वास्तव में, शिक्षक समाज का एक महत्वपूर्ण स्तम्भ होता हैं। शिक्षकों के हाथ में ही वो शक्ति होती है,जिसे वे भावी पीढ़ी को बना या बिगाड़ सकते है।

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image via-Government of NCT of Delhi, Teacher in a Happiness Class, CC BY-SA 4.0

शिक्षक दिवस क्यो मनाया जाता है / Teacher’s Day Kyun Manaya Jata Hai?

शिक्षक दिवस मनाने का महत्व या उद्देश्य केवल एक ही है, शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए दुनिया भर के शिक्षकों के प्रयासों को स्वीकार करना और उन्हें सम्मानित करना है। क्षेत्र, राज्य और देश की सीमाओं को भूल कर, यह शिक्षक दिवस, विभिन्न देशों मे शिक्षकों के प्रयासों को बढ़ावा देकर शिक्षा के महत्व को समझने के लिए मनाया जाता है। भारत में यह दिन डॉ। सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Dr. Sarvepalli Radhakrishnan) के जन्मदिन पर, उनके सम्मान में मनाया जाता है। एक प्रसिद्ध शिक्षाविद् और एक विधि शिक्षक, जिन्होंने भारत में शिक्षण विधियों को आधुनिक बनाने में अपना जीवन समर्पित किया।

शिक्षक दिवस (Teacher’s Day) शिक्षकों का उनके काम के प्रति उत्साह बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। एक शिक्षक की हमारे जीवन में क्या जरूरत है, क्या खासियत है, हम उनके बारे में क्या सोचते हैं, उनके प्रति हमारी भावनाएं कैसी हैं, यह सब बताने के लिए छात्र शिक्षक दिवस (Teacher’s Day) मानते है और अपनी भवनाएँ व्यक्त करते है। एक शिक्षक का काम हमें सही रास्ता दिखाना होता है, साथ ही हमें ये भी समझाते हैं की सही-गलत क्या है। शिक्षक पूरी जिंदगी ज्ञान बांटने में लगा देता है वो भी अपने विद्यार्थी से कोई भी उम्मीद रखे बिना। इन्हीं शिक्षकों के ऊपर पूरे देश का भविष्य निर्भर करता है। आज आप और हम जो कुछ भी हैं वो हमारे गुरु की मेहनत की बदौलत है। शायद, इसलिए ही ईश्वर से पहले गुरु का नाम लिया जाता है।

शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है / Teacher’s Day Kab Manaya Jata Hai?

शिक्षक दिवस दुनिया भर के देशों में अलग अलग दिन मनाया जाता है। भारत में, शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय टीचर्स डे 5 अक्टूबर को मनाया जाता है। कुछ देशों में ये दिन छुट्टी का दिन रहता है तो कुछ देशों में कोई अवकाश नहीं रहता है। पहली बार टीचर्स डे 1957 में मनाया गया था, लेकिन भारत में पहला शिक्षक दिवस 1962 को मनाया गया था, जिस वर्ष डॉ. राधाकृष्णन ने भारत के दूसरे राष्ट्रपति के रूप मे अपना पद ग्रहण किया था। 5 सितंबर को भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Dr. Sarvepalli Radhakrishnan) का जन्म हुआ था, जो एक प्रसिद्ध विद्वान, शिक्षक और शिक्षा के प्रवर्तक थे। जिनका मानना था कि, शिक्षक का दिमाग देश में सबसे बेहतर दिमाग होता है। शिक्षक एक ऐसा व्यक्ति होता है जो देश को आगे ले जाता है। शिक्षा के द्वारा ही देश विकास की ओर बढ़ता है और सफलता पाता है। डॉ. राधाकृष्णन का शिक्षा के प्रति बहुत बड़ा योगदान है इसी वजह से आज तक भारत में यह दिन मनाया जाता है।

शिक्षक दिवस कैसे मनाया जाता है /Teacher’s Day Kaise Manaya Jata hai?

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दुनिया भर में लाखों छात्र टीचर्स डे पर अपने शिक्षकों को सम्मान देते हैं। स्कूलों और विश्वविद्यालयों में, छात्र अपने शिक्षकों को उपहार देकर, उनके द्वारा किये गए प्रयासों की सम्मान करते है। उपहार मे कुछ भी हो सकता है ,कोई मिठाई, कोई अच्छी किताब, पेन या अपने प्यारे शिक्षक के लिए लिखी कोई कविता या कोई गाना आदि। स्कूल और विश्वविद्यालयों में इस दिन त्योहार वाला मौहोल होता है, कक्षाओं की सजावट, सांस्कृतिक कार्यक्रम और शिक्षकों के लिए शुभकामनाओं की झड़ी लगी होती है। साथ ही स्कूल के सबसे उत्कृष्ट और वरिष्ठ शिक्षक अपने छात्रों को संबोधित करते हैं और छात्रों से अपने अनुभव तथा उनकी यात्रा के बारे में, अपने दिल की बात व्यक्त करते है। विद्यार्थी भी अपने शिक्षक का रोल प्ले करके उनके लिए अपनी भावनाएँ व्यक्त करते है। छात्रों द्वारा शिक्षकों को दिया गया सम्मान उनका मनोबल बढ़ाता है और साथ ही शिक्षक और छात्र के आपसी रिश्ते को ओर मजबूत बनता है। तो आप भी जिसको अपना सबसे अच्छा और पसंदीदा टीचर मानते है उन्हें इस टीचर्स डे पर शुभकामनाएँ जरूर दे। दुनिया के कई हिस्सों में शिक्षक दिवस स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों में आधिकारिक छुट्टी के साथ भी मनाया जाता है। 

इस साल दुनिया एक भयंकर महामारी से लड़ रही है सभी अपने घरो मे बंद है। स्कूल, कॉलेज, ऑफिस सब बंद है तो ऐसे मे आप सोच रहे होंगे शिक्षक दिवस इस बार कैसे मनाए? तो चिंता की बात नहीं है आप डिजिटल टीचर्स डे (Digital Teacher’s Day) मना सकते है। इस समय सब कुछ ऑनलाइन हो रहा है तो इस बार टीचर्स डे भी ऑनलाइन होगा। सोशल मीडिया पर भी टीचर्स डे मनाया जा सकता है। इस दिन विद्यार्थी अपने शिक्षक को व्हाट्सएप (Whatsapp), फेसबुक (Facebook) या मैसेज (Message) के जरिये भी विश कर सकते है। फेसबुक (Facebook) पर अपने Teacher को टैग करके शिक्षक दिवस (Teacher’s Day) का पोस्ट डालिए। व्हाट्सएप (Whatsapp) पर अपनी Teacher के लिए प्यारा सा स्टेटस डालिए और शिक्षक दिवस (Teacher’s Day) मनाइए।

निस्संदेह, एक शिक्षक वह व्यक्ति होता है जो हमारे दिमाग और व्यक्तित्व को विकसित करने में हमारी मदद करता है और हमें एक बेहतर इंसान बनता हैं। वे वही हैं जो एक बेहतर दुनिया बनाने के लिए नई पीढ़ियों को शिक्षित करने की जिम्मेदारी उठाते हैं। शिक्षक का सम्मान सिर्फ एक दिन नहीं हर रोज़ किया जाना चाइए। आपको एक अच्छा इंसान बनाने मे गुरू के साथ मां-बाप का भी अहम भूमिका होती है, शिक्षक सिर्फ वह नहीं होता जो हमें पढ़ना लिखना सिखाएं, टीचर वह भी है जिससे आप कुछ अच्छा और नया सीखो। तो इस बार ऐसे सभी लोगो के साथ शिक्षक दिवस मनाए। 

घर रहिये ,सुरक्षित रहिये

 

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