2 अक्टूबर यानि हमारे “राष्ट्र पिता” महात्मा गांधी का जन्मदिन। मोहनदास करमचंद गांधी, जिन्हें पूरे भारत में “राष्ट्र के पिता” के रूप में जाना जाता है, वे भारत के इतिहास में बहुत ही कठिन समय के दौरान शांति की एक बहुत ही शक्तिशाली आवाज थे। वे वह व्यक्ति थे जो हमारे देश को आजादी की ओर ले गए। उनके विचार आज भी हमारे जीवन का हिस्सा है, दुनिया भर मे कई लोग उनकी इस गांधीवादी विशारधारा का पालन करते हुए, उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर ही चल रहे है। आज हम महात्मा गांधी के जीवन से जुड़े कुछ तथ्य आपको बता रहे हैं, जो उनकी महान उपलब्धियों के प्रकाश में हम कहीं भूल गए है, और जिन्हें हर भारतीय को जानना चाहिए।
गांधी जी के बारे में 21 कम ज्ञात तथा रोचक तथ्य।
1. महात्मा गांधी केवल भारत के लिए ही नहीं बल्कि, अन्य 12 देशों में भी नागरिक अधिकार आंदोलन के लिए जिम्मेदार थे। उन्होंने 4 महाद्वीपों और 12 देशों में नागरिक अधिकार आंदोलन की शरुआत की।
2. गांधी जी को पांच बार नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace prize) के लिए नामांकित किया गया था, लेकिन उन्हें कभी पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया गया। 1937, 1938, 1939, 1947 में और 1948 मे उनकी हत्या से कुछ दिन पहले भी उन्हें नामांकित किया गया था। 1960 तक नोबेल शांति पुरस्कार केवल यूरोपीय और अमेरिकियों को प्रदान किया गया था, गांधी जी को नोबल पुरस्कार न दिए जाने पर बाद मे नोबेल समिति के सदस्यों ने सार्वजनिक रूप से इस पर अफसोस जताया था।
3. ग्रेट ब्रिटेन (Great Britain), जिस देश के खिलाफ गांधी जी ने स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी, उसी ग्रेट ब्रिटेन ने उनकी मृत्यु के 21 साल बाद, उन्हें सम्मानित करते हुए एक डाक टिकट (Stamp) जारी किया।

4. गांधी जी का विवाह 13 वर्ष की आयु में माता पिता द्वारा पसंद की गई कन्या से हुआ था। उनकी पत्नी, कस्तूरबाई माखनजी कपाड़िया, उनसे एक वर्ष बड़ी थीं। जब गांधी जी की पहेली संतान हुई तब वह 16 साल के थे। कुछ दिनों बाद उस बच्चे की मृत्यु हो गई, लेकिन ब्रह्मचर्य का व्रत लेने से पहले उनके चार बेटे थे। उनकी शादी को 62 साल हो गए थे।
5. भारत में 53 प्रमुख सड़कें (छोटी सड़कों को छोड़कर) महात्मा गांधी के नाम हैं, और भारत के बाहर 48 सड़कें हैं जो उनके नाम पर हैं।
6. महात्मा के रूप में प्रतिष्ठित गांधी जी को यह उपाधि कवि रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा दी गयी थी। गांधी जी एक महान आत्मा थे, उन्होंने केवल एक धोती और शाल मे अपना सारा जीवन व्यतीत किया।
7. जब गांधी जी गुजरात में अपने जन्मस्थान पर लौटे, तो उन्होंने क्षेत्र की सफाई और नए स्कूलों और अस्पतालों का निर्माण करके गरीबी के खिलाफ काम किया। इस समय के दौरान, उन्होंने अपना उपनाम “बापू” अर्जित किया, जिसका अर्थ है पिता। गांधी ने लाखों गरीब भारतीयों को खिलाने का काम किया, और कहा कि आपको और मुझे किसी भी चीज का कोई अधिकार नहीं है, जब तक हमारे पास वास्तव में इन 3 मिलियन लोगो को पहनने के लिए कपड़े और खिलने के लिए खाना नहीं है।
8. गांधी जी की हत्या 30 जनवरी, 1948 को एक हिंदू साथी ने की थी, जिसने उन्हें तीन बार पॉइंट-ब्लैंक रेंज पर गोली मारी थी। उनके मुख से निकने वाले अंतिम शब्द थे “हे राम ” । नई दिल्ली में बने उनके समारक पर यह शब्द पड़े जा सकते है।

9. यमुना नदी के किनारे महात्मा गांधी की अंतिम यात्रा निकली गयी थी, जिसमे एक मिलियन से अधिक लोगों ने भाग लिया। महात्मा गांधी की शवयात्रा 8 किलोमीटर लंबी थी।
10. एक ऐसा कलश जिसमें एक बार महात्मा गांधी की राख रखी गई थी, अब वह कलश लॉस एंजिल्स (Los Angeles), कैलिफोर्निया (California) में स्थित एक धर्मस्थल पर है।
11. गांधी जी के अधिकांश अवशेषों के, साथ ही उनकी मृत्यु के समय पहने हुए कपड़ों को, मदुरै (Madurai) के गांधी संग्रहालय में संरक्षित रखा गया है।
12. महात्मा गांधी ने उस दौरान पत्रों के माध्यम से कई नामचीन लोगों से बातचीत की थी। टॉल्स्टॉय (Tolstoy), आइंस्टीन (Einstein), हिटलर (Hitler) और चार्ली चैपलिन (Charlie Chaplin) कई लोगों में से थे।
13. गांधी जी ने भारत की सबसे निचली जाति “अछूत” के लिए उचित व्यवहार की मांग की, इसके समर्थन करने के लिए उन्होंने कई उपवास भी किए। उन्होंने अछूतों को ब्राह्मण कहा, जिसका अर्थ है “ईश्वर की संतान।”
14. गांधी जी वास्तव में एक दार्शनिक अराजकतावादी थे और वह चाहते थे की भारत में कोई स्थापित सरकार न हो। उनक विचार था की यदि सभी ने अहिंसा और एक अच्छा नैतिक संहिता अपनाया तो वे स्व-शासन हो सकते हैं फिर किसी सरकार की आवशकता ही नहीं।
15. उन्होंने अपने जीवन के अंतिम वर्षों के दौरान भी कभी भी किसी भी राजनीतिक पार्टी में आधिकारिक पद नहीं लिया।
16. गांधी जी के पास नकली दाँतों का एक जोड़ा था, जिसे वह अपने धोती के कपड़े की तह में साथ रखते थे।
17. 1987 में, जब पहली बार 500 रुपये के नोट का इस्तेमाल किया गया, तब गांधी जी की तस्वीर के वॉटरमार्क का इस्तेमाल पहली बार किया गया था। उसके बाद 1996 में, भारतीय रिजर्व बैंक ने निति में परिवर्तन करने का फैसला किया और गांधी जी की इस ट्रेडमार्क तस्वीर का इस्तेमाल 5 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक की सभी मुद्राओं में किया जाने लगा। अतः 1996 के बाद से छपे गए सभी मूल्यवर्ग के भारतीय रुपये पर महात्मा गांधी की छवि छापी जाती है।
18. गांधी जी ने डरबन (Durban), प्रिटोरिया (Pretoria) और जोहानसबर्ग (Johannesburg) में 3 फुटबॉल क्लब स्थापित करने में मदद की, जिनमें से सभी को एक ही नाम दिया गया: पैसिव रेसिस्टर्स सॉकर क्लब (Passive Resisters Soccer Club) । महात्मा गांधी ने नस्लीय भेदभाव के खिलाफ अपने अहिंसक अभियान में फुटबॉल को बढ़ावा दिया।

19. स्टीव जॉब्स (Steve Jobs) महात्मा गांधी के बहुत बड़े प्रशंसक थे – उनका गोल चश्मा न केवल गांधी जी के चश्मे के समान थे, बल्कि एक श्रद्धांजलि भी थे।
20. गांधी के जन्मदिन, 2 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस (International Day of Non-Violence) के रूप में मनाया जाता है। गांधी जी ने अपने सम्पूर्ण जीवन कल मे अहिंसा पर जोर दिया। गांधी का मानना था कि सत्य और अहिंसा की राह पर चल कर हम सब कुछ पा सकते है। साथ ही उन्होंने सत्याग्रह, जिसका अर्थ है “सत्य पर कायम रहना”, या “सत्य बल” पर भी जोर दिया। उनकी प्रसिद्ध भूख हड़ताल और अहिंसा के संदेश ने देश को एकजुट करने में मदद की।
21. महात्मा गांधी के जीवन ने विश्व के कई नेताओं की सोच को प्रेरित किया, उनमें से मार्टिन लूथर किंग जूनियर (Martin Luther King Jr.) और बराक ओबामा (Barack Obama) शामिल है। उनके ज्ञान और शिक्षाओं के अक्सर उदहारण दिए जाते है।
“जियो ऐसे जैसे कि आप कल मरने वाले हो।“ (Live as if you were to die tomorrow) अपने पूरे जीवन के दौरान महात्मा गांधी ने ऐसी चीजें कीं जो प्रेरणादायक थीं, ऐसी चीजें जो किसी ने सोचा भी नहीं था कि वह कर सकते है। गांधी जी ने भारत को हमेशा के लिए बदल दिया। उन्हीं के विचारो और दूर दृष्टि का परिणाम है की आज हम आजाद भारत मे रहते है।