Interesting Facts About Moon in Hindi

Facts_About_Moon_in_Hindi
शेयर करें

हमारे प्यारे चंदा मामा, जिसे हम बचपन से ही आसमान पर चमकता हुआ देखते आ रहे हैं। हमारी दादी और माँ ने चाँद से जुड़ी अनेकों कहानियाँ हमने सुनाई हैं जैसे चाँद पर खरगोश, सूरज और चाँद की लड़ाई। लेकिन बच्चों के इस कल्पना के चाँद से परे एक असली चाँद है। जिसे देख कर हमेशा मन मे कई सवाल उठते है की चाँद (Moon) कैसे बना होगा? क्या चाँद (Moon) पर पानी है? क्या चाँद (Moon) हमेशा ऐसा ही रहेगा? आपके साथ भी ऐसा होता है न?

ऐसे अनगिनत सवालों के जवाब हम आज आपको देंगे, साथ ही चाँद से जुड़े कई ऐसे अद्भुत तथा रोचक तथ्य भी आपको बताएंगे, जिनके बारे मे कोई नहीं जानता।

चाँद से जुड़े अद्भुत तथा रोचक तथ्य / Interesting Facts About Moon in Hindi

1 चंद्रमा (Moon) का एक हिस्सा काला है एक मिथक।

चंद्रमा का एक हिस्सा काला है यह पूरी तरह से एक मिथक है। वास्तव में चंद्रमा के दोनों पक्षों पर सूर्य का प्रकाश समान मात्रा में पड़ता है लेकिन पृथ्वी से चंद्रमा का केवल एक ही चेहरा देखा जाता है। इसका कारण यह है कि चंद्रमा पृथ्वी के साथ synchronous rotation करता है, इसका अर्थ है की चंद्रमा अपनी धुरी पर ठीक उसी समय घूमता है, जिस समय वह पृथ्वी की परिक्रमा करता है, इसलिए हमेशा चाँद का एक ही पक्ष पृथ्वी के सामने रहता है। हम पृथ्वी से चंद्रमा का 60 % भाग ही देख पाते है। पृथ्वी से दूसरी तरफ की ओर मुख किए हुए चन्द्रमा के भाग को केवल अंतरिक्ष यान (Spacecraft) से ही मानव नेत्र द्वारा देखा गया है।

Facts_About_Moon_in_Hindi

2 चंद्रमा (Moon) पृथ्वी से दूर जा रहा है।

चंद्रमा हर साल हमारे ग्रह यानि पृथ्वी से लगभग 3.8 सेंटीमीटर दूर जा रहा है। अनुमान है कि यह लगभग 50 अरब वर्षों तक ऐसा करना जारी रखेगा। ऐसा होने तक, चंद्रमा को वर्तमान मे 27.3 दिनों के बजाय लगभग 47 दिन लगेंगे पृथ्वी की एक परिक्रमा करने में।

3 चंद्रमा (Moon) पर एक व्यक्ति का वजन बहुत कम होगा।

पृथ्वी की तरह चंद्रमा पर गुरुत्वाकर्षण है, लेकिन वो पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण की तुलना में बहुत कमजोर है, यह पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण का मात्र छठा हिस्सा है। इसलिए चाँद पर आपका वजन, पृथ्वी पर अपने वजन का लगभग 1/6 (16.5%) होगा। यही कारण है कि चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्री हवा में इतनी ऊंची छलांग लगा सकते हैं।

4 चंद्रमा (Moon) पर भी भूकंप (Quakes) आते हैं

पृथ्वी की तरह चंद्रमा की सतह पर भी कंपन होता है, पर उन्हें Earthquakes नहीं बल्कि Moonquakes कहा जाता है। Moonquakes पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण प्रभाव के कारण होते हैं। Lunar Astronauts ने चंद्रमा पर अपनी यात्रा के दौरान Seismographs का उपयोग किया, और पाया कि छोटे Moonquakes चंद्रमा सतह से कई किलोमीटर नीचे आए, जिससे सतह पर दरारें पड़ गईं। वैज्ञानिकों को लगता है कि चंद्रमा में पृथ्वी की तरह ही पिघला हुआ कोर (Core) है। पृथ्वी पर आने वाले भूकंप की अवधि कुछ ही मिनट की होती है. लेकिन चंद्रमा पर Moonquakes आधे घंटे तक आ सकता है। हालांकि ये भूकंप की तुलना में काफी कमजोर होते हैं।

5 चंद्रमा (Moon) पर वायुमंडल नहीं है।

गुरुत्वाकर्षण कम होने के कारण चंद्रमा पर वायुमंडल नहीं है। इसका अर्थ यह है कि चंद्रमा Cosmic Rays, Meteorites और Solar Winds से सुरक्षित नहीं है। यहाँ तापमान में भी बहुत अंतर होता है। वायुमंडल के आभाव के कारण चंद्रमा पर कोई आवाज़ नहीं सुनी जा सकती है और यहाँ से आकाश हमेशा काला ही दिखाई देता है।

6 पृथ्वी पर ज्वार-भाटा (Ocean Tides) का बढ़ना और गिरना।

हर कोई जानता है कि चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी पर एक खिंचाव डालता है, जो आंशिक रूप से समुद्र में ज्वार (Tides) पैदा करने के लिए जिम्मेदार है। इसके साथ ही सूर्य का भी प्रभाव पड़ता है। पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा की पारस्परिक गुरुत्वाकर्षण शक्ति की क्रियाशीलता के कारण सागर के जल में ज्वार-भाटा उत्पन्न होता है।

Facts_About_Moon_in_Hindi

7 चंद्रमा (Moon)पर केवल 12 लोगों द्वारा ही कदम रखा गया हैं।

अब तक चंद्रमा पर केवल 12 लोगों द्वारा ही कदम रखा गया है। ये सभी अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री थे। 1969 में चंद्रमा पर कदम रखने वाले पहले व्यक्ति Apollo 11 मिशन पर गए नील आर्मस्ट्रांग (Neil Armstrong) थे और चंद्रमा पर दूसरा कदम बज़ एड्रियन (Buzz Adrian) ने रखा था, जो अपोलो-11 मिशन पर नील आर्मस्ट्रांग के साथी थे। चंद्रमा पर चलने वाले अंतिम व्यक्ति 1972 में Apollo-17 मिशन पर गए जीन सर्नन (Gene Cernan) थे। 1969 से 1972 तक चंद्रमा पर 6 मानवयुक्त यान भेजे गए थे और तब से अब तक केवल मानव रहित अंतरिक्ष यान ही चंद्रमा पर भेजे गए हैं।

8 चंद्रमा पर (Moon) उतरने वाला पहला अंतरिक्ष यान

सोवियत संघ (Soviet Union) पहला राष्ट्र था, जिसने चंद्रमा की सतह पर एक अंतरिक्ष यान पहुँचाया। 2 जनवरी 1959 में सोवियत संघ द्वारा लांच किया गया मानव रहित Spacecraft Luna-1 पहला अंतरिक्ष यान था, जो चंद्रमा की सतह के करीब से गुजरा था, परन्तु Technical Problems के कारण यह चंद्रमा की सतह पर Land नहीं कर पाया। बल्कि 5995 किलोमीटर दूर से ही गुजर गया। Soviet Union’s Luna Programme के अंतर्गत छोड़ा गया दूसरा Spacecraft Luna-2 (14 सितंबर 1959) सफ़लतापूर्वक चंद्रमा की सतह पर पहुँचा। चांद पर इंसानों को उतारने वाला पहला देश अमेरिका (America) था। 1960 में, अपोलो 11 के नील आर्मस्ट्रांग ने चंद्र की सतह पर पहला कदम रखा।

9 अंतरिक्ष यात्री 381 किलो चंद्रमा (Moon) सामग्री वापस पृथ्वी पर लाए।

नासा (Nasa) ने बताया कि, 1969 और 1972 के बीच, अपोलो मिशन के दौरान चंद्रमा की सतह से “चंद्र चट्टानों (lunar rocks), कोर नमूने (core samples), कंकड़ (pebbles), रेत (sand) और धूल (dust)” के 2,200 अलग-अलग नमूने छह उड़ानों के दौरान पृथ्वी पर वापस लाए गए थे। नमूने छह अलग-अलग चंद्र अन्वेषण (Exploration sites) स्थलों से आए थे। जिनका कुल वजन 381 किलो है। NASA के Apollo-14 मिशन के दौरान एकत्रित किये गये Rocks के सैंपल का अध्ययन करके ही वैज्ञानिकों द्वारा पता लगाया गया, कि चंद्रमा लगभग 4.51 बिलियन वर्ष पूर्व अस्तित्व में आया था। इस तरह चंद्रमा की आयु 4.51 बिलियन वर्ष है।

10 चंद्र मानक समय Lunar Standard Time (LST)

चंद्रमा के समय क्षेत्र को चंद्र मानक समय (Lunar Standard Time (LST) कहा जाता है। चंद्रमा पर एक वर्ष में 12 दिन होते हैं जो उन 12 अंतरिक्ष यात्रियों के नाम पर हैं जिन्होंने पहली बार चंद्रमा पर पैर रखा था।

11 चंद्रमा (Moon) की उत्पत्ति

चंद्रमा की उत्पत्ति को लेकर वैज्ञानिक समुदाय के बीच एकमत नहीं है, कोई भी वैज्ञानिक पूरी तरह से आश्वस्त नहीं हैं कि चंद्रमा कैसे बना। फिर भी, सबसे व्यापक रूप से स्वीकृत व्याख्या यह है, की लगभग 4.5 अरब साल पहले, मंगल ग्रह के आकार की, एक थिया (Theia) नामक चट्टान पृथ्वी से टकराई थी। इस टकराव के फलस्वरूप निकला मलबा आपस मे जुड़ गए जिस से चंद्रमा का निर्माण हुआ था।

12 चंद्रमा (Moon) पृथ्वी का एकमात्र स्थायी प्राकृतिक उपग्रह (Natural Satellite) है।

चंद्रमा सौरमंडल का पांचवां सबसे बड़ा प्राकृतिक उपग्रह (Natural Satellite) है और यह पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है – प्राकृतिक उपग्रह मतलब एक खगोलीय पिंड (Celestial body) जो किसी ग्रह की परिक्रमा करता है। सौर मंडल में 150 से अधिक चंद्रमा ग्रहों की परिक्रमा कर रहे हैं। सबसे बड़ा चंद्रमा गैनीमेड (Ganymede) है, जो बृहस्पति (Jupiter) के 79 चंद्रमाओं में से एक है और पृथ्वी का पाँचवाँ सबसे बड़ा चंद्रमा है।

13 चंद्रमा (Moon) का आकार

पृथ्वी (Earth) से देखने पर चंद्रमा गोलाकार नज़र आता है। किंतु वास्तव में इसका आकार अंडाकार (Oval) अर्थात् अंडे के समान है। ऐसा पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण खिंचाव के कारण है।

Facts_About_Moon_in_Hindi

14 क्या सूर्य और चंद्रमा का आकार एक ही हैं?

पृथ्वी से देखने पर सूर्य और चंद्रमा दोनों एक ही आकार के दिखाई पड़ते हैं। परन्तु ऐसा नहीं है, वास्तव में चंद्रमा सूर्य से 400 गुना छोटा है, पर सूर्य की तुलना में पृथ्वी से 400 गुना करीब है, इसी कारण से चंद्रमा आकार में सूर्य जितना ही लगता है और इसी वजह से सूर्यग्रहण के समय हमे लगता है की चंद्रमा ने सूर्य को पूरा ढक दिया है।

15 क्या चांद पर मनुष्य जीवित रहे सकता है ?

चंद्रमा के न के बराबर वातावरण और पानी की कमी को देखते हुए, किसी भी स्थायी रूप में मनुष्यों के वहां बसने की कल्पना करना कठिन है।
हालांकि, हाल के शोध ने पुष्टि की है कि चंद्रमा की सतह पर पानी बर्फ के रूप मे मौजूद है। परन्तु उसको चंद्रमा पर रहने के लिए एक एक संसाधन के रूप में प्रयोग करने मे बहुत समय लगेगा। दूसरी समस्या है चंद्रमा की धूल। नासा के सेवानिवृत्त अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन Retired NASA Astronaut Peggy Whitson ने अपने इंटरव्यू मे बताया था की अपोलो मिशन में “धूल के साथ बहुत सारी समस्याएं थीं” चंद्रमा पर धूल, जिसे रेगोलिथ (Regolith) के रूप में जाना जाता है, जो पाउडर की तरह है। जो उपकरण को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है।
इसके अलावा एक समस्या तापमान मे अंतर की भी है। चंद्रमा अपनी धुरी पर घूमता है और पृथ्वी के हर 27 दिनों में एक पूर्ण चक्कर लगाता है। इसलिए चंद्रमा के एक तरफ दिन का समय पृथ्वी के लगभग साढ़े 13 दिनों तक रहता है, उसके बाद रात का समय भी इसके बराबर होता है। जब चंद्रमा सूरज की रोशनी में पूरी तरह डूब जाता है, तो तापमान 127 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, अंधेरा होने पर, तापमान -290 डिग्री फ़ारेनहाइट तक गिर सकता है। इसलिए चंद्रमा दिन के समय अत्यंत गर्म और रात में अत्यंत ठंडा होता है। यहाँ रहना मनुष्य के लिए बहुत मुश्किल है।

हम आशा करते है हमारी यह मेहनत आपको पसंद आए और आपके लिए यह Article उपयोगी हो। आप चंद्रमा (Moon) के बारे में बताए गए इन तथ्यों के बारे में क्या सोचते हैं? हमे कमेंट (Comment) करके जरूर बताए।

Space Facts – अंतरिक्ष से जुड़े 25 अद्भुत तथ्य हिंदी में

दुनिया से जुड़े 25 रोचक तथा अद्भुत तथ्य (Interesting facts)

Water Facts – पानी (जल) के बारे में 20 अद्भुत तथ्य हिंदी मे

Facts about Google in Hindi / गूगल से जुड़े 20 रोचक तथ्य

facts about eyes in hindi / आँखों के बारे में कुछ रोचक तथा अद्भुत तथ्य

 

शेयर करें

Related posts

One Thought to “Interesting Facts About Moon in Hindi”

Leave a Comment