हमारी पृथ्वी का लगभग 70% भाग पानी से ढका हुआ है जिसे महासागर कहा जाता हैं। यह महासागर लाखों अविश्वसनीय समुद्री जीवों (Sea animals) का निवास स्थान है परन्तु यह महासागर बहुत ही विशाल तथा वयापक है। समुंदर के नीचे ऐसी कई अज्ञात तथा रहस्य्मय प्रजातियां हैं जो अभी भी खोजी नहीं गई हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार दुनिया के केवल बीस प्रतिशत महासागरों की खोज की जा चुकी है, और हर साल नए नए जीवों की खोज की जा रही है।
समुद्री जीवों (Sea animals) की अपनी अलग दुनिया है। पानी के अंदर पाए जाने वाले जीवों में से कुछ का स्वभाव बहुत कोमल होता हैं और कुछ बहुत खतरनाक होते हैं। कुछ समुद्री जीव ऐसे है जो मनुष्य का मुख्य आहार है जो हमारे जीवित रहने के लिए आवश्यक है और इन्ही में से कुछ जीव ऐसे भी है जो मनुष्य की जान भी ले सकते है।
आज हमने इस आर्टिकल में उन समुद्री जीवो में से 8 सबसे खतरनाक और जहरीले जीवों (8 Most dangerous sea animals) के बारे में बेहद ही महत्वपूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है। तो चलिए शुरू करते है।
8 Most dangerous sea animals in Hindi / 8 सबसे खतरनाक समुद्री जीव
1 ब्लू-रिंगेड ऑक्टोपस (Blue-Ringed Octopus)
ब्लू रिंग्ड ऑक्टोपस (Blue-Ringed Octopus) प्रशांत और हिंद महासागर क्षेत्र में पाया जाता है, मुख्यतया: जापान से ऑस्ट्रेलिया तक। पीली त्वचा और नीले और काले रंग के छल्ले इसकी पहचान है लेकिन खतरे के समय एक दम से इनका रंग बदल जाता है। पहली नज़र में ये ब्लू रिंग्ड ऑक्टोपस पूरी तरह से हानिरहित लगता है लेकिन इन खूबसूरत ऑक्टोपस को दुनिया के सबसे जहरीले समुद्री जानवरों (sea animals) में से एक माना जाता है। जबकि आकार में केवल, 12-20 सेमी के बीच, कैंडी बार से भी छोटे होते है, इसे देख के लगता ही नहीं की ये चोट भी पहुँचा सकता है। यदि उन्हें उकसाया जाता है तो वे मनुष्यों के लिए बहुत ही अधिक खतरनाक हो सकते है।
जब इन्हे उकसाए जाता हैं, तो “पफरफिश” के समान काटता है फिर यह अपनी लार ग्रंथियों के माध्यम से जहर छोड़ता है। इसके जहर में टेट्रोडोटॉक्सिन (Tetrodotoxin) होता है, जो एक प्रकार का न्यूरोटोक्सीन है। इसके काटने पर दर्द नहीं होता है तो ज्यादातर लोग इस पर, तब तक ध्यान नहीं देते जब तक कि सांस लेने में समस्या न होने लगे या लकवा जैसे लक्षण सामने नहीं आ जाते।
समुद्र संरक्षण (Ocean Conservancy) के लोगों के अनुसार, इस छोटे से समुद्री जीव में साइनाइड (cyanide) की तुलना में 1,000 गुना अधिक शक्तिशाली जहर होता है, चुंकि ब्लू रिंग्ड ऑक्टोपस के जहर के लिए वर्तमान में कोई भी एंटी डोट (Anti Venmo) उपलब्ध नहीं है, इसलिए इंसानों के लिए यह बहुत ही घातक समुंद्री जीव (Dangerous Sea animal) है।
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2 लायनफिश (Lionfish)
पूर्वी अटलांटिक और कैरिबियन में पाई जाने वाली लायनफिश (Lionfish) महासागरों के सबसे खूबसूरत जीवों में से एक है, लेकिन लायनफिश खूबसूरत पर एक जहरीली समुद्री मछली भी है जिसे कभी-कभी जेब्राफिश या फायरफिश भी कहा जाता है। वे रंगीन होती हैं, इनके शरीर पर आमतौर पर लाल, सफेद और काले रंग की धारियाँ होती हैं। उनके पास विशेष नुकीले पंख होते हैं जो उनके शरीर के चारों ओर फैले होते हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि लायनफ़िश को इसका नाम उसके लंबे, सुंदर नुकीले पंख से मिला है जो एक नर शेर के बालों से मिलते जुलते हैं।
अपने नाम की तरह, लायनफिश एक महान शिकारी होती हैं और अक्सर गोताखोरों और मछुआरों के लिए खतरा होती हैं। हालांकि उनके डंक घातक नहीं है, फिर भी यदि डंक मार दिया जाए, तो मनुष्य को अत्यधिक दर्द से लेकर उल्टी और सांस लेने में कठिनाई तक सब कुछ अनुभव होता है। दुर्लभ हालातो में लकवा जैसी स्तिथि भी आ सकती है।
वैसे तो इनका जहर शायद ही कभी जानलेवा होता है, लेकिन अत्यधिक एलर्जी रिएक्शंस के उदाहरण हैं, जिसके परिणामस्वरूप अस्पताल में भर्ती होना और मृत्यु हो जाती है
3 बॉक्स जेलीफ़िश /The box jellyfish

बॉक्स जेलीफिश की विभिन्न प्रजातियां दुनिया भर में मौजूद है। यह मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया, फिलीपींस, हवाई और वियतनाम के आसपास के पानी में तैरती है। हालांकि एक दम शांत दिखने वाले, यह पारदर्शी “बॉक्स जेलीफ़िश” सबसे जहरीली समुद्री जीवो (Dangerous Sea animals) में से एक है। एक बॉक्स जेलीफिश में इतना जहर होता है कि एक बार में 6,000 इंसानों को मार सकते हैं।
बॉक्स जेलीफिश को समुद्री ततैया भी कहा जाता है। बॉक्स जेलीफ़िश के काटने से हलके दर्द से लेकर दिल के रुक जाने तक कुछ भी हो सकता है। इसके जालों में जानलेवा, खतरनाक जहर होता है जो उनके शिकार को तुरंत स्तब्ध कर देता है और मार डालता है। उनके प्रत्येक जाल में सूक्ष्म इंजेक्टर लगे होते हैं जो विशेष रूप से अपने शिकार के संपर्क में आते ही जहर इंजेक्ट करते है। जिसे उनके शिकार की कोशिकाओं में छेद होने लगते है और शरीर में पोटेशियम का रिसाव होना शुरू हो जाता है है जो अंततः हाइपरक्लेमिया (Hyperkalemia) का कारण बनता है। जिसे दिल की धड़कन रुक सकती है और 2 से 5 मिनट बाद ही मृत्यु हो सकती है। इसके अलावा शरीर के जिन हिस्सों में बॉक्स जेलीफिश द्वारा काटा जाता हैं, उन हिस्सों में गंभीर निशान पड़ जाते हैं और इसे होने वाला दर्द हफ्तों तक रहता है।
4 स्टोनफिश (Stonefish)
आमतौर पर इंडो-पैसिफिक के तटीय क्षेत्रों (Indo-Pacific regions) में पाए जाने वाली, स्टोनफिश (Stonefish) दुनिया के सबसे खतरनाक और जहरीले समुद्री जीवों (Sea animals) में से एक हैं।
स्टोन फिश बहुत ही चालाक और छलावरण वाली मछली है। यह मछली अपनी शिकार को मारने क़े लिए या किसी पर हमला करने क़े लिए न्यूरोटोक्सीन नामक घातक जहर छोड़ती हैं। उनका यह अत्यधिक शक्तिशाली विष, उनके सुई जैसे पृष्ठीय पंखों (dorsal fins) से निकलता है। मुख्य रूप से रक्षा के लिए विकसित, यह पंख तब खड़े हो जाता है जब मछली को खतरा महसूस होता है या कोई उसे परेशान करता है। इसके पंख इतने नुकीले होते हैं कि यह सीधे आपके जूतों में घुस सकते है।
इतना ही नहीं, इस मछली का जहर इतना खतरनाक होता है कि अगर इलाज न किया जाए तो उनके जहर के संपर्क में आने वाले की पल भर में ही दिल का धड़कन रुक सकती है और मृत्यु का कारण बन सकता है। इस कारण से, स्टोनफिश दुनिया में कही भी पाई जाने वाली सबसे जहरीली मछलियों में से एक है
अधिकांश मानव-स्टोनफिश घटनाएं तब होती हैं जब तैराक गलती से उन पर कदम रखते हैं या कभी -कभी तैराकों द्वारा इन मछलियों को पानी से बहार समुद्र तट पर उठा लाने की कोशिश की जाती हैं। एक व्यक्ति ने अपने पैर की उंगलियों के बीच स्टोनफिश द्वारा काटे जाने के बाद बताया की यह ऐसा था की पैर को हथौड़े से मारना और फिर उस पर बार-बार कील चुबाना। इसलिए बेहतर होगा कि जब भी आप समुन्द्र के पास हो तो, यह जरूर देखें कि आप कहाँ कदम रख रहे हैं।
5 पफरफिश मछली / Pufferfish
पफरफिश मछली, टेट्राओडोन्टिडे नामक मछली के परिवार का एक सदस्य है। इस परिवार का नाम इस तथ्य से आता है कि इस प्रकार की मछलियों की प्रजातियों में चार बड़े दांत होते हैं जो उनके मुंह की ऊपरी और निचली भाग से जुड़े होते हैं।
यह मछली धीमी गति से तैरती है इस कारण शिकारियों के लिए आसान भोजन बन सकती है, इसलिए खतरे का आभास होने पर यह मछली खुद को गुब्बारे के जैसे फुला सकती है। पफरफिश की कुछ प्रजातियां में फुल जाने के बाद स्पाइक्स भी खड़े हो जाते हैं, जिससे शिकारियों के लिए उन्हें खाना असंभव हो जाता हैं।
इन मछलियों को जो चीज जहरीली बनाती है, वह हैं उनके आंतरिक अंगों या त्वचा में मौजूद टेट्रोडोटॉक्सिन (Tetrodotoxin) नामक एक अत्यधिक विषैला रसायन। पफरफिश को खाने पर यह टोक्सीन, इसका स्वाद खराब कर देता हैं और जहरीला बना देता हैं जिससे इसे खाने वालों की मौत भी हो सकती हैं। पफरफिश में पाए जाने वाला जहर साईनाइड से कम से कम 1,200 गुना जहरीला होता है और यह 30 व्यस्क इंसानों को मार सकता हैं।
इतने जहरीले होने के बावजूद भी इसे जापान, कोरिया और चीन में एक स्वादिष्ट व्यंजन माना जाता है। केवल लाइसेंस प्राप्त शेफ द्वारा ही इसको तैयार किया जाता है और परोसा जाता है क्योंकि इसकी तैयारी में एक गलती, इंसान की मौत का कारण बन सकती है।
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आम तौर पर, स्टिंगरे खतरनाक जीव (sea animals) नहीं होते हैं और मुश्किल से इंसानों पर हमला करते हैं। ज्यादातर स्टिंगरे से जुड़ी सबसे अधिक घटनाएं तब होती हैं जब तैराक या गोताखोर गलती से उन पर कदम रख देते हैं तब स्टिंगरे अपने डंक का प्रयोग करके अपना बचाव करते हैं।
दुनिया भर के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय पानी में स्टिंगरे रहते हैं। वे उथले पानी की रेत के नीचे दब जाते हैं। स्टिंगरे डिस्क के आकार के होते हैं और इनकी 8 इंच लंबी पूंछ होती है। इसी पूंछ में जहर भरा होता है। स्टिंगरे जब डर महसूस करती है तो यह पूंछ भाले जैसी सख्त हो जाती है और स्टिंगरे पूरी ताकत के साथ अपनी पूंछ शिकार के शरीर में घुसा देती है। इस स्थिति में जहर से भरी यह पूंछ किसी के लिए भी जानलेवा हो सकती है।
शायद आपने सुना होगा साल 2006 में, ऑस्ट्रेलिया के क्रोकोडाइल हंटर (Crocodile Hunter) के नाम से मशहूर, टीवी पर्सनैलिटी, स्टीव इरविन (Steve Irwin), इसी मछली के कारण मारे गए थे। इसीलिए समुद्री चट्टानों, समुद्री तल और कोरल रीफ क़े आसपास सुरक्षित तरीका से जाना चाहिए, क्योंकि इन जगहों में इनके छिपे रहने की अधिक संभावना होती है।
7 पुर्तगाली मैन ओ ‘वॉर (Portuguese Man o’ War)
पुर्तगाली मैन ओ ‘वॉर (Portuguese Man o’ War), जिसे केवल मैन-ऑफ-वॉर (Man-of-War), के रूप में भी जाना जाता है, समुद्र के सबसे खतरनाक जीवों (Dangerous Sea animals) में से एक है। यह अटलांटिक, भारतीय और प्रशांत महासागरों में पाया जा सकता है।
कभी-कभी इसे एक प्रकार की जेलिफ़िश ही समझा जाता है, जबकि मैन-ऑफ-वॉर वास्तव में जेलीफ़िश से भिन्न होता है। इसके लंबे लंबे जाल, दर्दनाक डंक देने में सक्षम होते हैं जिसमें बहुत ही घातक जहर भरा होता है जो मछली और कभी-कभी इंसानों को भी मिनटों में मार सकता है। यह अनुमान लगाया गया है कि हर साल लगभग 10,000 मनुष्य पुर्तगाली मैन ओ ‘वॉर द्वारा काटे जाते हैं।
उनके डंक से बहुत तेज दर्द होता है और अक्सर डंक वाली जगह पर चाबुक की तरह, लाल निशान पड़ जाते हैं। दुर्लभ मामलों में, ये जहर नसों से होते हुए पुरे शरीर में फैल जाता है जिसे एलर्जिक रिएक्शन पैदा कर सकता है साथ ही गले और चेहरे में सूजन, सांस लेने में दिक्कत और हृदय संबंधी संकट हो सकते है।
8 फूल अर्चिन (Flower Urchin)

इस जीव को दुनिया का सबसे खतरनाक अर्चिन माना जाता है। फ्लावर अर्चिन (Flower Urchin) इंडो वेस्ट पैसिफिक के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाए जाते हैं। वे कोरल रीड्स, समुद्री घास और रेतीले वातावरण वाले क्षेत्रों में अक्सर रहते है। उनके फूलों की तरह के पैटर्न और गुलाबी रंगों के कारण उनका नाम ‘फूल अर्चिन’ रखा गया है।
परन्तु जितने यह सुन्दर दिखते है उसे कई ज्यादा खतरनाक है। यदि गलती से इन्हे छु लिया, तो यह अर्चिन दर्दनाक डंक मार सकते है जिसके परिणामस्वरूप अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है।
इनका जहर इनके ऊपर लगे हुए काटे जैसे उपांग में होता है। जो इन ‘फूल अर्चिन’ को हाथ लगाने पर, आपके हाथो में चिपक जाते है और जहर का इंजेक्शन लगाते हैं। जिसके कारण मांसपेशियाँ सिकुड़ने लगती है और शरीर लखवा जैसी स्तिथि में पहुंच जाता है।
जापानी समुद्री जीवविज्ञानी (Japanese Marine Biologist), त्सुतोमु फुजिवारा (Tsutomu Fujiwara), ने गलती से ‘फूल अर्चिन’ को अपने हाथ से उठा लिया था। वह अपने अनुभव बताते हुए कहते है।
26 जून, 1930 को, जब मैं सगानोसेकी में त्सुताजिमा के तट पर एक मछली पकड़ने वाली नाव पर काम कर रहा था। तब एक गोताखोर मछली पकड़ने के उपकरण द्वारा फूल अर्चिन को उठा लाया था, तो मैंने अपने नंगे हाथ से सी-यूरिनिन (sea-urchin) को पकड़ा और मैंने उसे नाव में एक छोटे टैंक में रख दिया।
उस समय, सी-यूरिनिन से 7 या 8 पेडिकेलरिया अलग होकर मेरे दाहिने हाथ की मध्यम उंगली के एक किनारे पर चिपक गए और उनकी पकड़ इतनी मजबूत थी कई बार हटाने पर भी, वे मेरी उंगली की त्वचा से चिपके रहे। तुरंत, मुझे एक गंभीर दर्द महसूस हुआ और मुझे ऐसा लगा जैसे जहर तेजी से मेरी नसों से मेरे हृदय की ओर बढ़ने लगा है।
थोड़ी देर के बाद, मुझे हल्का चक्कर, सांस लेने में कठिनाई, अंगों में मांसपेशियों में ढीलापन, फेशियल पैरालिसिस, अपने चेहरे की नियंत्रित करने और बोलने में मुश्किल सी महसूस हुई, और लगभग ऐसा महसूस हुआ जैसे मैं मरने वाला था। लगभग 15 मिनट बाद, मुझे लगा कि दर्द धीरे-धीरे कम हो रहा है और लगभग एक घंटे के बाद वे पूरी तरह से गायब हो गए। लेकिन जहर के कारण होने वाला फेशियल पैरालिसिस (Facial Paralysis) करीब छह घंटे तक चलता रहा।
हालांकि इसका जहर का प्रभाव लंबे समय तक नहीं होता है, परन्तु असहनीय दर्द, आधा लकवाग्रस्त होना, सांस लेने में कठिनाई का अनुभव करना, यह सब किसी को भी विचलित कर सकता है।
इस आर्टिकल में हमने, आपको दुनिया के कुछ सबसे खतरनाक तथा जहरीले समुद्री जीवों के बारे में बताने का प्रयास किया है परन्तु यह सूची पूर्ण नहीं है। दुनिया में और भी ऐसे भयानक जीव है जिनसे हम अभी तक अंजान है। हम ऐसी ही और भी अद्भुत जानकारी आप तक लाने की कोशिश करेंगे। यह आर्टिकल आपको कैसा लगा कमेंट (Comment) करके जरूर बताए।
Great information 👌👌🙏🙏💐💐