हिंदी साहित्य जगत में अद्भुत योगदान देने वाले रहीम दास ना केवल एक प्रख्यात कवि थे बल्कि उन्हें अकबर के दरबार में नवरत्नों की उपाधि भी प्राप्त थी। रहीम दास जी का पूरा नाम अब्दुर्रहीम ख़ान-ए-ख़ाना है। उनका जन्म 17 दिसंबर 1556 लाहौर में हुआ था। उनका व्यक्तित्व बहुमुखी प्रतिभा से संपन्न था। वे एक ही साथ कलम और तलवार दोनों विधाओं के धनी थे। रहीम अपने दोहे के लिए काफी मशहूर थे और उन्होंने कई किताबे भी लिखी हैं। आज हम आपके लिए रहीम के कुछ प्रसिद्ध दोहे अर्थ…
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